नागलोई में गश्त कर रहे कांस्टेबल कि अपराधियों ने कार से घसीटकर हत्या की
दिल्ली आजकल ब्यूरो , दिल्ली
नांगलोई इलाके में कार सवार दो बदमाशों ने रात में गश्त कर रहे पुलिस कांस्टेबल की अपनी कार से कुचलकर हत्या कर दी. दोनों बदमाश Wagon-R कार में सवार थे. जिससे वह कांस्टेबल को 10 मीटर तक घसीटते हुए ले गए. घायल कांस्टेबल को अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने पुलिस सिपाही को मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने इस मामले में उस कार को जबत कर लिया है जिससे हत्या की गई है. हालांकि दोनों बदमाश फिलहाल फरार है. पुलिस उनकी तलाश में दबिश डाल रही है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह घटना देर रात नांगलोई इलाके में हुई. 30 वर्षीय कांस्टेबल संदीप इलाके में अपने ड्यूटी पर थे. वह सादी वर्दी में थे. यह बताया जा रहा है कि वह इलाके में बढ़ती चोरी के मामलों की जांच के लिए सादी वर्दी में अपनी ड्यूटी दे रहे थे. इसी दौरान एक तेज गति वैगन आर कार खतरनाक तरीके से आती हुई दिखाई दी. कांस्टेबल संदीप ने हाथ के इशारे से कार चालक को कार धीरे चलाने का संकेत किया. लेकिन इसके बाद कार चालक ने अपनी कर की स्पीड और बढ़ा दी. उसने बाइक पर सवार कांस्टेबल संदीप की मोटरसाइकिल को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी. इसके बाद वह बाइक समेत संदीप को 10 मीटर तक घसीटता हुआ ले गया. इसके उपरांत बदमाश वहां से फरार हो गए.
इस घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. जिसने इलाके में लगे सीसीटीवी की मदद से कार की पहचान कर उसे जबत कर लिया. कार के अंदर शराब की बोतल, गिलास और खाने का सामान भी पड़ा हुआ था. पुलिस का मानना है कि कार सवार दोनों बदमाश कार के अंदर शराब पी रहे थे. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फरार बदमाशों की पहचान कर ली गई है. दोनो की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.
दिल्ली में पुलिस कांस्टेबल की हत्या के इस मामले के बाद लोगों में डर व्याप्त हो गया है. पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में अपराध की घटनाओं में लगातार इजाफा देखा गया है. नारायणा में खुलेआम 20 राउंड गोली चलने की घटना के अलावा भी दिल्ली में कई जगह बदमाशों की ओर से गोलीबारी की घटना सामने आई है. जिससे दिल्ली में डर का माहौल उत्पन्न हो गया है. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया है. केजरीवाल ने कहा है कि विपक्षी नेताओं को जेल में डालने वाले अमित शाह क्या केंद्रीय मंत्री होते हुए दिल्ली की कानून व्यवस्था नहीं संभाल सकते हैं. क्या उनका एक ही काम है कि विपक्षी नेताओं को चुनावी राजनीति से हटाने के लिए उन्हें जेल में डाल दें.