
अजय माकन को कांग्रेस ने बनाया कोषाध्यक्ष , आम चुनाव से पहले बड़ी जिम्मेदारी देकर दिया बड़ा संदेश
दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
1 अक्टूबर 2023
कांग्रेस ने आम चुनाव से पहले बड़ा ऐलान किया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूर्व खेल मंत्री और दिल्ली विधानसभा के पूर्व स्पीकर अजय माकन को कांग्रेस का नया कोषाध्यक्ष नियुक्त किया है. उन्हें पवन कुमार बंसल की जगह यह जिम्मेदारी दी गई है. पवन कुमार बंसल के पास अब केवल पार्टी कार्यालय के प्रशासन का कार्य ही रहेगा. अजय माकन को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का करीबी और विश्वासपात्र भी माना जाता है. अजय माकन को राहुल गांधी अपनी टीम का सक्रिय सदस्य मानते हैं. ऐसे समय में जब टीम राहुल गांधी में शामिल माने जाने वाले आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का हाथ छोड़ते हुए भाजपा का दामन थाम लिया. उस समय भी तमाम दबाव और भाजपा छोड़ने वाले इन नेताओं के लगातार संपर्क करने के बाद भी अजय माकन कांग्रेस में ही बने रहे. उन्होंने साफ कहा कि वह राहुल गांधी को छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे. इसके लिए चाहे उन्हें कोई भी कीमत चुकानी पड़े.
अजय माकन को कोषाध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि वह पार्टी नेतृत्व के करीबी और विश्वासपात्र हैं. आम चुनाव से पहले उनको कोषाध्यक्ष का पद देने का यह मतलब भी निकाला जा रहा है कि पार्टी के संसाधन को सही तरीके से खर्च करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने अपने सबसे विश्वासपात्र व्यक्ति को चुना है. इस समय कांग्रेस के पास संसाधनों की कमी है. यही वजह है कि आम चुनाव के लिए इस समय संसाधन जुटाना कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती दिख रही है. ऐसे में अजय माखन की भूमिका यहां काफी महत्वपूर्ण रहने वाली है.
अजय माकन दिल्ली विधानसभा में तीन बार विधायक रह चुके हैं. इसके अलावा वह दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के सबसे करीबी और विश्वासपात्र मंत्री भी रहे हैं. उनके पास यातायात, पर्यावरण सहित कई प्रमुख विभागों का दायित्व रहा है. अजय माकन के कार्यकाल में ही दिल्ली के अंदर सार्वजनिक परिवहन को सीएनजी से चलाने का बड़ा कार्य किया गया था. हालांकि यह कदम सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उठाया गया था. लेकिन जिस तरह से अजय माकन ने इसको व्यवस्थित तरीके से लागू करते हुए एक सुचारु व्यवस्था में बदला था. उसकी देश ही नहीं, दुनिया भर में प्रशंसा हुई थी. इसकी वजह यह थी कि दिल्ली दुनिया का पहला ऐसा शहर बन गया था. जहां सार्वजनिक परिवहन प्रणाली पूरी तरह से सीएनजी पर चलने लगी थी. केंद्र में मनमोहन सिंह सरकार बनने के बाद भी अजय माकन पर कांग्रेस का यह भरोसा कायम रहा. वह दो बार लोकसभा सांसद रहे. इस दौरान वह मंत्री भी बनाए गए. उन्हें दिल्ली में सीलिंग के दौरान शहरी विकास राज्य मंत्री बनाया गया था. उनके प्रयासों के बाद ही दिल्ली की सड़कों में मिक्स लैंड यूज की नीति लागू हुई थी. जिससे दिल्ली के लाखों कारोबारियों को गली मोहल्लों में दुकान चलाने का कानूनी अधिकार मिल पाया था. इसके साथ ही मनमोहन सिंह मंत्रिमंडल में ही वह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री भी बनाए गए थे. वहां पर भी उनका कार्य काफी उल्लेखनीय रहा था. वह उस समय उन चुनिंदा मंत्रियों में शामिल थे. जो राज्य मंत्री होते हुए भी पूर्वोत्तर से लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर व्यक्तिगत दौरा करते थे और जमीनी रिपोर्ट हासिल करते थे. मनमोहन सिंह सरकार में इसके उपरांत उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा देते हुए खेल मंत्री बनाया गया था. उनके कार्यकाल में ही खेलों को बढ़ावा देने के लिए बड़ी नीति का ऐलान किया गया था. स्टेडियम में सभी को खेलों में प्रवेश देने के लिए भी नीति तैयार की गई थी. उनके कार्यकाल के दौरान ही स्टेडियमों के कायाकल्प का भी कार्य किया गया था.
अपने छात्र जीवन से ही कांग्रेस के साथ जुड़ने वाले अजय माकन दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के भी अध्यक्ष रह चुके हैं. वह दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. उनकी यह खासियत रही है कि वह हमेशा दूसरी और तीसरी पंक्ति के नेताओं को तैयार करते रहे हैं. जिससे कांग्रेस के संगठन को भी मजबूती मिलती रही है. दिल्ली के हर विधानसभा में उनके कार्यकाल के दौरान नियुक्त किए गए नेताओं की एक लंबी सूची है. उन्हें दिल्ली में कांग्रेस के अंदर मुख्यमंत्री पद का निर्विवाद चेहरा माना जाता रहा है. इस समय भी दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सबसे मुखर तरीके से मोर्चा खोलने वाले नेताओं में वह शामिल हैं. हाल ही में सीबीआई ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास में सौंदर्यीकरण में अनियमत्ताओं को लेकर जांच शुरू की है. इस मामले को भी सबसे पहले उठाने वालों में अजय माखन ही शामिल रहे थे. इसके उपरांत इस मुद्दे को भाजपा ने भी उठाया था.