अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफतार किया, जेल से चलाएंगे सरकार
दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
21 मार्च 2024
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गुरूवार की देर शाम दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में उनके घर से गिरफतार कर लिया. दिल्ली हाईकोर्ट ने दिन में एक सुनवाई के दौरान उनकी गिरफतारी पर किसी भी तरह की रोक लगाने से इनकार कर दिया था. शाम के समय ईडी की टीम उत्तरी जिला पुलिस के उपायुक्त, कई सहायक पुलिस आयुक्त और भारी पुलिस बल के साथ उनके सरकारी निवास पर पहुंची. यहां पर ईडी ने पहले घर की तलाशी ली. उसके उपरांत अरविंद केजरीवाल से ईडी की टीम ने लंबी पूछताछ की. जिसके बाद उनको गिरफतार कर लिया गया. इस दौरान केजरीवाल के घर के बाहर उनकी कैबिनेट के सभी मंत्री, अधिकतर विधायक और हजारों कार्यकर्ता मौजूद थे. उनके घर पर तलाशी की सूचना फैलने के बाद आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ लगातार बढ़ती गई. जिसके बाद पुलिस ने समस्त इलाके की सड़कों को सील कर दिया. इस बीच उनकी गिरफतारी पर आम आदमी पार्टी के दो मंत्रियों सौरभ भारद्धाज और आतिशी ने कहा है कि मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे. वह जेल से ही सरकार चलाएंगे. अरविंद केजरीवाल एक विचार है. जिसको गिरफतार नहीं किया जा सकता है. दिल्ली और देश के हर घर से एक केजरीवाल निकलेगा. यह मोदी सरकार की हताशा का प्रतीक है कि उन्होेंने लोकसभा चुनाव से केजरीवाल को दूर रखने के लिए उनको फर्जी मामले में गिरफतार कराया है. अरविंद केजरीवाल को गिरफतार करने के बाद ईडी की टीम उनका मेडिकल कराएगी. जिसके उपरांत उनको शुक्रवार को पीएमएलए अदालत में पेश करेगी.
केजरीवाल के घर जब ईडी की टीम पहुंची. उसके कुछ समय बाद ही दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्धा वहां पहुंच गए. उनको पुलिस टीम ने अंदर नहीं जाने दिया. जिसके बाद भारद्धाज ने आशंका जाहिर की कि केजरीवाल को ईडी गिरफतार कर सकती है. उसके उपरांत दिल्ली सरकार की ओर से केजरीवाल की संभावित गिरफतारी पर रोक के लिए एक कानूनी टीम को सुप्रीम कोर्ट भेजा गया. जिसने अविलंब सुनवाई की मांग की. लेकिन उस समय तक केजरीवाल की गिरफतारी नहीं हुई थी. इस वजह से सुनवाई पर फैसला नहीं हो पाया था. केजरीवाल की गिरफतारी के बाद कानूनी टीम ने एक बार फिर अदालत में दस्तक दी है. उसका कहना है कि सीएम की कुर्सी पर आसीन किसी मुख्यमंत्री को झूठे मामले में गिरफतार करने का यह पहला मामला है. इसे नजीर नहीं बनने देना चाहिए. उनकी गिरफतारी पर रोक लगाई जाए. दूसरी ओर, अरविंद केजरीवाल की गिरफतारी के बाद ईडी के जनपथ लेन स्थित कार्यालय पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सीआरपीएफ के साथ ही आरएएफ को भी तैनात कर दिया गया है. उनको रात के समय वहां पर ही रखे जाने की उम्मीद है. ईडी के कार्यालय के नजदीक हजारों आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने जुटना शुरू कर दिया है. जिसे देखते हुए वहां पर पुलिस व्यवस्था बढ़ा दी गई है.
अरविंद केजरीवाल की गिरफतारी के बाद भाजपा ने इसे सच की जीत करार दिया है. जबकि कांग्रेस,सपा और टीएमसी सहित विपक्षी दलों ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हताश करार दिया है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि मोदी जी को यह शोभा नहीं देता है कि वह अपनी हताशा को छुपाने के लिए लोकतंत्र को खत्म करने का कार्य करें. केजरीवाल की गिरफतारी बिलकुल गलत है. कांग्रेस उनके साथ है.