इंडिया गठबंधन में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सेतु बन सकते हैं शरद पवार 

दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली 

5 अक्टूबर 2023

इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच तकरार बनी हुई है. दोनों ही दल दिल्ली में सीटों के बंटवारे को लेकर आपस में उलझे हुए हैं. यह माना जा रहा है कि अगर इन दलों के बीच यह लड़ाई सुलझ जाती है तो फिर इन दोनों के दरम्यान पंजाब और हरियाणा का भी झगड़ा नहीं रहेगा. लेकिन कांग्रेस दिल्ली में आम आदमी पार्टी को कोई भी सीट देने के लिए तैयार नहीं है. इस बीच एनसीपी संस्थापक इन दोनों दल के बीच मध्यस्तता कराने की भूमिका में आते दिख रहे हैं. उन्होंने दोनों दलों के बीच दिल्ली में सीट बंटवारे को लेकर जमी बर्फ पिघलाने की पहल की है. उन्होंने कहा कि दोनों दलों के बीच समझौता हो सकता है. इसके लिए बस वक्त का इंतजार किया जाना चाहिए. इस समय निर्णय पर पहुंचना उचित नहीं कहा जा सकता है.

शरद पवार  ने कहा है कि उनको स्वयं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि  वह लोकसभा की 7 में से 4 सीटें छोड़ने को तैयार हैं-. वह अपनी ओर से पहल करने को तैयार हैं. शरद पवार का यह बयान ऐसे समय में आया है. जब ईडी ने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को गिरफतार कर लिया है. वहीं इस मामले में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा है कि वह ईडी की जांच के खिलाफ नहीं है. शराब घोटाले की शिकायत कांग्रेस ने ही की थी. अगर किसी ने गलत किया है तो उसे जेल जाना चाहिए. लवली ने यह भी कहा कि लेकिन जिस तरह से संजय सिंह को गिरफतार करने को सही ठहराया गया है. वह उसके खिलाफ है. जांच एजेंसी ने कहा कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. आखिर यह कैसे तय होता है कि कोई सहयोग कर रहा है या नहीं कर रहा है. यह जांच एजेंसी का दुरूपयोग है. उनके बयान पर आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि वह इंडिया गठबंधन के अपने साथी के साथ है या फिर भाजपा का साथ दे रही है. यह गोल—मोल जवाब क्याों दिया जा रहा है.

हालांकि जानकारों का कहना है कि कांग्रसे की दिल्ली और पंजाब इकाई शुरू से आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ है. ऐसे में लवली का बयान उसी चिर—परिचित पंक्ति पर था. इस समय दिल्ली के सबसे बड़े दिग्गज कांग्रेसी नेता अजय माकन खुले तौर पर दिल्ली में केजरीवाल की पार्टी के साथ किसी भी तरह के सहयोग या गठबंधन से इनकार कर चुके हैं. इसी तरह पंजाब में भी प्रताप सिंह बाजवा और प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा आम आदमी पार्टी के साथ किसी भी तरह के सहयोग या समझौता के खिलाफ है. उस बीच केजरीवाल की ओर से शरद पवार को कही गई बात को स्वयं पवार की ओर से सार्वजनिक किये जाने को लेकर कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी संकट के इस समय में विपक्ष और कांग्रेस से परोक्ष रूप से मदद चाहती है. यही वजह है कि पवार ने ऐसी टाइमिंग पर बयान दिया है. जब आम आदमी पार्टी के तीसरे बड़े नेता को जांच एजेंसी ने गिरफतार किया है. यह देखना होगा कि इस समय पवार के इस रहस्योदघाटन पर आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की क्या प्रतिक्रिया रहती है. 

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