सैल्यूट टू डॉक्टर: एम्स के डॉक्टरों ने विमान में बचाई डेढ़ वर्षीय बच्ची की जान
दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
29 अगस्त 2023
डॉक्टरों को धरती पर भगवान कहा जाता है. इसकी वजह यह है कि जब वह इंसानी जज्बात को समझते हुए बिना डयूटी के समय भी किसी मरीज की जान बचाते हैं तो वह उनके लिए भगवान ही होते हैं. ऐसा ही एक वाकया बेंगलुरू से दिल्ली की एक विमान उड़ान में भी सामने आया. जहां एम्स के कार्डियक रेडियोलॉजी के सीनियर रेजीडेंट डा दमनदीप सिंह, एनेस्थीसिया विभाग की सीनियर रेजिडेंट डा नवदीप कौर, कार्डियक रेडियोलॉजी के सीनियर रेजिडेंट डा अविचला, स्त्री एवं प्रसूति विभाग की डा ओइशिका और रेडियोलॉजी के पूर्व सीनियर रेजिडेंट डा रिषभ जैन ने हार्ट अटैक से बेहोश हो गई एक बच्ची को नया जीवन दिया.
हदय की जन्मजात बीमारी की ओपन हार्ट सर्जरी कराकर बेंगलुरू से दिल्ली आ रही डेढ़ वर्षीय बच्ची को विमान में गंभीर दिल का दौरा पड़ा. जिससे वह बेहोश हो गई. विमान में चिकित्सा आपातकालीन उदघोषणा की गई कि अगर कोई डॉक्टर विमान में सफर कर रहा है तो वह मदद करें. उसके बाद एम्स के ये सभी डॉक्टर बच्ची के लिए भगवान बनकर सामने आएं. उन्होंने सीमित साधनों से इमरजेंसी आक्सीजन मास्क, एयरबैग का प्रयोग कर बच्ची को लाइफ सपोर्ट सिस्टम उपलब्ध कराया. इसके अलावा बच्ची को करीब 45 मिनट तक सीपीआर, कार्डियक पल्मोनेरी रिससिटेशन, दिया गया. जिससे उसकी जान बच सकी. इस बीच विमान ने नागपुर में इमरजेंसी लैंडिंग की. जहां बच्ची को एक स्थानीय अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया गया.
एम्स के डॉक्टरों ने केवल विमान में इलाज देकर ही अपने कर्तव्य की इतिश्री नही की. उन्होंने बाद में नागपुर के अस्पताल में बात कर बच्ची की हालत की जानकारी भी ली. जहां से उनको बताया गया कि बच्ची की फिर से सर्जरी की जाएगी. एक्स के डॉक्टरों के मुताबिक यह किस्मत की बात थी कि एनेस्थीसिया विभाग की विशेषज्ञ डा नवदीप कौर भी विमान में थी. उनको ही टीम लीडर बनाकर बच्ची का विमान में इलाज किया गया. हवा में हजारों फुट उपर बच्ची को आपातकाली सेवा देना एक चुनौती था. लेकिन डॉक्टरों ने भगवान बनकर उसे बचाने के लिए हर संभाव प्रयास किया. जिसमें वह सफल भी रहे. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस मामले की जानकारी मिलने पर सभी डॉक्टरों की सराहना की.