दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
21   अगस्त 2023

अभिनेता सनी देओल के जुहू मुंबई स्थित बंगला के लिए निकाले गए नीलामी नोटिस को वापस लिये जाने के मुददे पर राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसको लेकर निशाना साधते हुए इस पर आश्चर्य जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि देश को 24 घंटे पहले पता चला था कि सनी देओल के जूहू स्थित बंगले को बैंक आफॅ बड़ौदा ने नीलामी के लिए रखा है. इसकी वजह यह है कि उन्होंने बैंक का ऋण नहीं चुकाया है. लेकिन इसी बीच देश को यह पता चला कि तकनीकी खामी की वजह से सनी देओल के बंगले की नीलामी को रोक दिया गया है. इससे संबंधित नोटिस वापस ले लिया गया है. यह आश्चर्य की बात है कि यह कौन से तकनकी कारण हैं. आखिर 24 घंटे में ऐसा क्या हुआ है कि नीलामी रोक दी गई है.

एक दिन पहले ही कुछ समाचार पत्रों में सनी देओल के बंगले की नीलामी संबंधी विज्ञापन बैंक आफॅ बड़ौदा की ओर से जारी किये गए थे. इसमें कहा गया था कि सनी देओल से 56 करोड़ रूपये की वसूली की जानी है. उन्होंने बैंक से लिये गए इस राशि का ऋण वापस नहीं किया है. जिसकी वसूली के लिए उनके जूहू स्थित बंगले को नीलामी के लिए रखा जा रहा है. हालांकि एक दिन बाद ही बैंक आफॅ बड़ौदा ने तकनीकी खामी का हवाला देते हुए नीलामी से संबंधित नोटिस वापस लेने का ऐलान कर दिया. जिसके बाद कांग्रेस इस मामले पर हमलावर हो गई है.

सनी देओल के बंगले की नीलामी पर हंगामा इस वजह से हो रहा है क्योंकि वह भाजपा के सांसद भी हैं. कांग्रेस का आरोप है कि सनी देओल के भाजपा का सांसद होने की वजह से ही बैंक आफॅ बड़ौदा ने यह नीलामी रोकी है. इसके लिए बैंक अधिकारियों पर राजनीतिक दबाव बनाया गया है. जिस बंगले की नीलामी को लेकर यह नोटिस जारी कियसा गया है. वहां पर सनी देओल स्वयं नहीं रहते हैं. यहां पर उनका सनी साउंड स्टूडियो है. इसके अलावा यहां पर एक अतिथि गृह भी है. इस बंगले पर बैंक आफॅ बड़ौदा से घायल वनस अगेन के निर्माण के दौरान ऋण लिया गया था. इसके गारंटर उनके पिता धर्मेंद्र हैं. इन दिनों सनी देओल अपनी फिल्म गदर—2 की अभूतपूर्व सफलता की वजह से चर्चा में हैं. यह फिल्म गदर का अगला भाग या सिक्यूवल है. जो गदर फिल्म् के प्रदर्शित होने के 22 साल बाद बनाई गई है.

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