दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
15 दिसंबर 2022
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलाने के नाम पर साजसाशी करने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है. वह पहले स्वयं मर्चेंट नेवी में कार्य कर चुका है. इस व्यक्ति की पहचान आकाश ठाकुर उर्फ अवध बिहारी के तौर पर हुई है. वह स्वय मर्चेंट नेवी में थर्ड ऑफिसर के पद पर काम कर चुका है.
आर्थिक अपराध शाखा के डीसीपी जितेन्द्र कुमार मीणा ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि इस मामले में पिछले साल शिकायत आने के बाद मुकदमा कायम करते हुए जांच शुरू की गई थी. संजय यादव नामक एक व्यक्ति और उसके उपरांत कुछ अन्य व्यक्त्यिो ने शिकायत दी थी. जिसमें कहा गया था कि एमएस ओशियन ग्लैक्सी मरीन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आकाश ठाकुर उर्फ अभिनव वर्मा ने मर्चेंट नेवी में जॉब का झूठा वादा कर रुपए ऐंठ लिए हैं. शिकायतकर्ताओं ने कहा था कि उनसे प्रति व्यक्ति 3—4 लाख रूपये लिये गए. लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली. इस बीच पुलिस में शिकायत होने की सूचना मिलने पर आरोपी फरार हो गया.
डीसीपी जितेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि इस मामले में एसीपी हरिसिंह की टीम को इस आरोपी के बारे में एक इनपूट मिला. जिसमें यह सूचना सामने आई कि आरोपी ने अपना ठिकाना उत्तम नगर बना लिया है. यहां के विपित गार्डन इलाके में वह धनलक्ष्मी के नाम से टूर एंड ट्रेवल ऑफिस चला रहा है. इस सूचना के बाद पुलिस टीम ने उक्त पते से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उसने पूछताछ में बताया कि वह मूलरुप से बिहार का रहने वाला है. वर्ष 2008 में उसका चयन मर्चेंट नेवी में कैडेट के तौर पर हुआ था. साल 2014 में उसने मर्चेंट नेवी छोड़ दी. उस समय वह थर्ड ऑफिसर के पद पर था. इसके बाद वह दिल्ली आया. यहां टूर एंड ट्रैवल्स का काम शुरु किया. उसने द्वारका सेक्टर 11 में एमएस क्राउन मरीन मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंसलटेंसी कंपनी खोली. उसके पास डायरेक्टर जनरल शिपिंग मिनिस्ट्री भारत सरकार की ओर से इस तरह की कंपनी चलाने का कोई लाइसेंस भी नहीं था. इसके बाद उसने एमएस ओशियन ग्लैक्सी मरीन प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी खरीद ली. जिसके पास डीजी शिपिंग से मिला लाइसेंस भी था. पुलिस ने कहा कि आरोपी इस कंपनी का डायरेक्टर बन नौकरी के इच्छुक बेरोजगार युवाओं को मर्चेंट नेवी में जॉब का लालच देकर उनसे लाखों रुपए ऐंठने के बाद फरार हो गया था.