दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
7 दिसंबर 2022
दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद केंद्र सरकार और आम आदमी पार्टी के बीच दिल्ली में एक नई जंग शुरू होती दिख रही है. दिल्ली सरकार हमेशा यह आरोप लगाती रही है कि केंद्र सरकार उसे दिल्ली में काम नहीं करने देती है. उसके काम में किसी ना किसी तरह से बाधा उत्पन्न की जाती है. इसकी वजह यह है कि दिल्ली के उपराज्यपाल केंद्र सरकार को रिपोर्ट करते हैं. दिल्ली नगर निगम चुनाव में जीत के बाद आम आदमी पार्टी की यह शिकायत आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है. इसकी वजह यह है कि दिल्ली नगर निगम पर प्रत्यक्ष रूप से केंद्रीय गृह मंत्रालय का नियंत्रण है. उसका समस्त बजट केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से ही स्वीकृत किया जाता है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि दोनों दलों के बीच आने वाले दिनों में खींचतान और बढ़ेगी. जिससे दिल्ली का राजनीतिक पारा लगातार गर्म रहेगा.
यह संभव है कि दिल्ली की सफाई व्यवस्था को लेकर ही आने वाले दिनों में दोनों दलों के बीच पहली लड़ाई शुरू हो. आम आदमी पार्टी की ओर से यह आरोप लगाया जा सकता है कि दिल्ली में कूड़े के पहाड़ कम करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से उसे पैसे नहीं दिए जा रहे हैं. दोनों दलों के बीच राजनीतिक लड़ाई आने वाले दिनों में दिल्ली नगर निगम के विभिन्न जोन में भी देखने को मिल सकती है. इसकी वजह यह है कि दोनों दोनों को हासिल सीटों के बीच बहुत बड़ा अंतर नहीं है. दोनों दलों के बीच केवल 20 सीटों का अंतर है. ऐसे में दिल्ली नगर निगम के विभिन्न जोन में चेयरमैन बनाने को लेकर दोनों दलों के बीच नजदीकी लड़ाई रहेगी. भाजपा ने कहा है कि उसे भले कम सीट मिली है. लेकिन वह विभिन्न जोन में अपना चेयरमैन बनाने के अलावा अपना मेयर बनाने का प्रयास करेगी. इस पर आम आदमी पार्टी ने कहा है कि भाजपा यहां भी ऑपरेशन कमल करना चाहती है. लेकिन जिस तरह से उसे दिल्ली सरकार को गिराने में असफलता हासिल हुई है.उसी तरह से उसे दिल्ली में अपना मेयर बनाने में भी किसी तरह की सफलता नहीं मिलेगी. इसकी वजह यह है कि आम आदमी पार्टी का एक भी पार्षद भाजपा खरीद नहीं पाएगी.
यह कहा जा रहा है कि नगर निगम में हार के बाद भाजपा निगम के सदन में लगातार हंगामा करते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास करेगी. इसकी वजह यह है कि हार के साथ ही वह दिल्ली विधानसभा चुनाव की पटकथा पर भी काम शुरू करेगी. इसके लिए भाजपा नेतृत्व से जीते हुए पार्षदों को निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. भाजपा के एक नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी निगम में आने के बाद यह नहीं कह सकती है कि उसके पास सफाई और अन्य स्थानीय काम के लिए अधिकार नहीं है. हमें उम्मीद है कि जनता के सामने जल्द ही आम आदमी पार्टी की नाकामयाबी आएगी. जिसका लाभ भाजपा को दिल्ली विधानसभा चुनाव में होगा. भाजपा का हर कार्यकर्ता जमीन पर उतरकर संघर्ष करेगा. यह काम अगले कुछ दिनों में ही शुरू कर दिया जाएगा.