दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
18 नवंबर 2022
सांसद अनिल बलूनी ने छावला दुराचार कांड मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करने की मांग को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात की. इस दौरान पीड़िता के माता-पिता भी उनके साथ थे.
छावला दुराचार कांड की पीड़िता उत्तराखंड निवासी ‘अनामिका’ के साथ ज्यादती करने के तीनों आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा रिहा कर दिया गया है. पीड़िता के परिजनों का कहना है कि इस मामले में पीड़िता के साथ इंसाफ नहीं हुआ है. उसके मामले की सघन जांच कर दोषियों को सजा मिलनी चाहिए.
सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि इस मामले में पुनर्विचार याचिका का अनुरोध किया गया है. छावला कांड 2012 में घटित हुआ. इस मामले में दिल्ली सरकार पक्षकार है. इस वजह से उपराज्यपाल के माध्यम से दिल्ली सरकार से अनुरोध किया गया है कि वह ‘अनामिका’ मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करे. जिससे दोषियों को कड़ी सजा मिल सके.