गेल और वर्बियो इंडिया के बीच कृषि अवशेष आधारित सीबीजी परियोजनाओं को विकसित करने के लिए समझौता
दिल्ली आजकल ब्यूरो , दिल्ली
26 अक्टूबर 2024
गेल (इंडिया) लिमिटेड और वर्बियो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड भारत में कृषि अवशेष आधारित बायोगैस (सीबीजी) संयंत्रों की स्थापना की संभावना की तलाश करेंगे. इसके लिए गेल और वर्बिया इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बीच शुक्रवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए. गेल के सीएमडी संदीप कुमार गुप्ता और वर्बियो समूह के संस्थापक व सीईओ क्लॉस सॉटर की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया. गेल के कार्यकारी निदेशक (व्यापार विकास और अन्वेषण एवं उत्पादन) सुमित किशोर और वर्बियो के प्रबंध निदेशक आशीष कुमार ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. इस समझौते का उद्देश्य दोनों कंपनियों की क्षमता का लाभ उठाकर टिकाऊ ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देना और कृषि अपशिष्ट के उपयोग को बढ़ाना है.
इस अवसर पर गेल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि वर्बियो के साथ यह समझौता ज्ञापन भारत में स्वच्छ ऊर्जा को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण कदम है. सीबीजी उत्पादन के लिए कृषि अवशेषों का उपयोग करके हमारा लक्ष्य देश की ऊर्जा सुरक्षा और स्थिरता लक्ष्यों में योगदान करना है. यह पहल न केवल अक्षय ऊर्जा स्रोत प्रदान करेगी, बल्कि कृषि अपशिष्ट का उपयोग करके स्थानीय किसानों की आय और आजीविका को भी बढ़ाएगी.
वहीं, वर्बियो ग्रुप के संस्थापक व सीईओ क्लॉस सॉटर ने कहा कि हम भारत में पराली जलाने के लिए सबसे नवीन समाधानों में से एक के रूप में जैव ऊर्जा को संयुक्त रूप से लागू करने के लिए गेल के साथ साझेदारी करके प्रसन्न हैं. यह सहयोग भारत में किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का समर्थन करते हुए सीबीजी को बढ़ावा देने के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है. उन्होंने कहा कि गेल जैसे मजबूत भागीदार के साथ, वर्बियो पंजाब में पहले से लागू सीबीजी अवधारणा की सफलता को पूरे भारत में दोहराने में सक्षम होगा. गेल और वर्बियो दोनों जैव ईंधन क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यह सहयोग उस प्रतिबद्धता का प्रमाण है.