कॉपरेटिव क्षेत्र पर दुनिया का सबसे बड़ा सम्मेलन होगा भारत में, इफको को मिली जिम्मेदारी
दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में दुनिया का सबसे बड़ा सहकारी या कॉपरेटिव सम्मेलन आयोजित होगा. इसमें सौ से अधिक देश के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. इसमें भूटान और फिजी के प्रधानमंत्री शामिल हैं.
यह माना जा रहा है कि 25—30 नवंबर को आयोजित होने वाले इस वैश्विक सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे. इसमें सहकारिता व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई अन्य मंत्री हिस्सा लेंगे.
इफको के अध्यक्ष दिलीप संघानी, जो सहकारी क्षेत्र का लंबा अनुभव रखने के साथ ही बतौर सहकारी संघ अध्यक्ष कई महत्वपूर्ण कदम उठाने का रिकार्ड बना चुके हैं , ने कहा कि इस आयोजन के दौरान वर्ष 2025 को अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के रूप में मनाने का अधिकारिक ऐलान होगा.
उन्होंने सहकारी क्षेत्र में इफको की उपलब्धियों को इंगित करते हुए कहा कि नैनो यूरिया से देश ही नहीं दुनिया में बदलाव आ रहा है. यूरिया पर सरकार करीब 2.5 लाख करोड़ रूपये की सब्सिडी देती है. जैसे—जैसे नैनो यूरिया का विस्तार होगा. यह सब्सिडी का बोझ भी कम होगा. जिसका उपयोग देश हित के अन्य कार्य में किया जा सकेगा.
दिलीप संघानी ने कहा कि अमित भाई शाह के देश का पहला सहकारी मंत्री बनने से देश को काफी लाभ हुआ है. इसकी वजह यह है कि वह स्वयं भी सहकारी क्षेत्र में जमीन से उपर तक गए हैं. प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में भारत इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका में रहे. इसके लिए लगातार उनका मार्गदर्शन मिलता रहता है.