जनवरी में अपने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है भाजपा
दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
23 दिसंबर 2023
आम चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची फरवरी महीने में ही जारी हो सकती है. अयोध्या स्थित भगवान राम मंदिर में राम लला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के बाद से ही पहली सूची में शामिल उम्मीदवारों के नाम घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है. इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से कुछ उम्मीदवारों के नाम घोषित करने से की जा सकती है. तीन राज्यों के चुनाव में भाजपा ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पहले से ही घोषित किए थे. उनमें से करीब 80% से अधिक उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. यही वजह है कि इस फार्मूला को भाजपा आम चुनाव में भी दोहराने की रणनीति पर विचार कर रही है. शुक्रवार से भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में शुरू हुई दो दिवसीय पदाधिकारी बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा की गई. उसमें यह मुद्दा भी शामिल बताया जा रहा है. हालांकि इसको लेकर भाजपा ने किसी भी तरह की जानकारी साझा नहीं की है.
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में राम मंदिर उद्घाटन और उसके बाद की स्थिति के साथ ही इंडिया गठबंधन को 100 सीटों से नीचे ही रोकने को लेकर भी चर्चा की गई. खासकर दक्षिण भारत में भाजपा को ऐतिहासिक बढ़त दिलाने से संबंधित बिंदुओं पर भी चर्चा की गई. विकसित भारत अभियान, हर पोलिंग बूथ पर कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग, उम्मीदवार चुनने के लिए फ्रेमवर्क , इंडिया गठबंधन की मजबूत पकड़ वाले करार दिए जा रहे राज्यों कर्नाटक- महाराष्ट्र – पश्चिम बंगाल- बिहार में जीत के लिए विशेष रणनीति बनाने के साथ ही चुनाव के दौरान सोशल मीडिया का बड़े स्तर पर प्रयोग करने को लेकर भी इस दो दिवसीय पदाधिकारी बैठक में चर्चा प्रस्तावित है. यह बैठक क्योंकि शनिवार को भी जारी रहेगी. ऐसे में इनमें से कुछ मुद्दों पर शनिवार को भी विस्तृत चर्चा होगी.
भाजपा सूत्रों के मुताबिक पदाधिकारियों की इस बैठक की शुरुआत दोपहर 3 बजे हुई. जबकि यह करीब 3 घंटे से अधिक समय तक चलती रही. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के साथ यह बैठक प्रारंभ हुई. इसके उपरांत पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी संबोधन हुआ. उनके नेतृत्व में ही इस दो दिवसीय बैठक को संचालित किया जाना है. यह कहा जा रहा है कि इस दौरान पार्टी के सभी महासचिव भी अपने राज्यों से संबंधित रिपोर्ट साझा करेंगे. इस बैठक में सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों को भी बुलाया गया है. जिससे वास्तविक जमीनी हकीकत को लेकर भी जानकारी सामने रखी जा सके. कुछ राज्यों में संगठन के स्तर पर बदलाव पर भी चर्चा होने की उम्मीद है. इसके अलावा बैठक में तीन राज्यों में जीत के बाद के कार्यक्रमों, स्थानीय चुनावों को लेकर भी चर्चा की जाएगी. यह माना जा रहा है कि इन राज्यों में भाजपा की नवनिर्वाचित सरकार इस तरह की योजनाएं चलाएगी. जिसका लाभ आम चुनाव में हासिल किया जा सके.