गणतंत्र दिवस के लिए भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि के रूप में किया आमंत्रित
दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
20 सितंबर 2023
भारत में अमेरिका के राष्ट्रपति एरिक गर्सेटी ने बुधवार को जानकारी दी कि भारत ने गणतंत्र दिवस की परेड के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है. उन्होंने कहा कि जी—20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह निमंत्रण दिया था. उन्होंने हालांकि यह जानकारी नहीं दी कि क्या बाइडन ने इसको स्वीकार कर लिया है. अगर राष्ट्रपति जो बाइडन गणतंत्र दिवस पर भारत आते हैं तो वह दूसरे ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति हो जाएंगे. जो गणतंत्र दिवस पर भारत आएंगे. उनसे पहले वर्ष 2015 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने गणतंत्र दिवस में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया था.
जनवरी में भारत में क्वाड की बैठक प्रस्तावित है. इसके सदस्य देशों में भारत के साथ ही जापान, आस्ट्रेलिया और अमेरिका शामिल है. यह माना जा रहा था कि इस बैठक को भारत गणतंत्र दिवस के दौरान आयोजित कर सकता है. जिससे इसके सदस्य देशों में से किसी एक के राष्ट्रपति या प्रधाानमंत्री को गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के रूप में बुलाने में आसानी हो. यह माना जा रहा है कि भारत ने अगले साल होने वाले आम चुनाव को ध्यान में रखकर भी यह निमंत्रण दिया है. अगर बाइडन गणतंत्र दिवस में शामिल होते हैं तो इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी सफलता दर्शाते हुए भाजपा इसका चुनावी लाभ लेने का भी प्रयास कर पाएगी. वह मतदाताओं को यह बताएगी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अकेले ऐसे प्रधानमंत्री हैं. जिनके कार्यकाल में दो अमेरिकी राष्ट्रपति भारत आए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत आने को लेकर केंद्र सरकार लगभग आश्वस्त है. इसकी वजह यह बताई जा रही है कि जिस तरह से दोनों देश के बीच वाणिज्य, रक्षा,सूचना प्रौदयोगिकी, शिक्षा, परिवहन से लेकर अन्य क्षेत्रों में सहयोग लगातार बढ़ रहा है. उसे ध्यान में रखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति भारत के निमंत्रण को जरूर स्वीकार करेंगे. यही नहीं, इस समय के मौजूदा वैश्विक राजनीतिक स्थिति को देखते हुए भी अमेरिका के लिए भारत का यह निमंत्रण स्वीकार करना संभव दिखता है. इसकी वजह यह है कि चीन—रूस के बढ़ते रिश्तों को देखते हुए दक्षिण एशिया में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने और यहां भारत के रूप में एक मजबूत साथी होने का संदेश देने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति भारत आ सकते हैं.