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दिल्ली आजकल ब्यूरो , दिल्ली
18 मई 2023

भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनियों में से एक टाटा पावर और विभिन्न क्षेत्रों के नेताओं से रूबरू होने वाली कंपनी न्यूज18 ने एक साथ मिलकर सस्टेनेबल इज एटेनेबल फेस्ट (एसआईए फेस्ट) की शुरुआत की है, ताकि हरित ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक पटल पर भारत के पक्ष को मजबूती मिल सके. इसका उद्देश्य लोगों को हरित ऊर्जा के प्रति जागरूक करना और एक व्यावहारिक परिवर्तन लाना है. दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल भारत में एसआईए फेस्ट से सामूहिक जागृति प्रबल होगी. इससे भारत हरित ऊर्जा के क्षेत्र में नया मानक स्थापित कर सके.

इस मौके पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि भारत ऊर्जा के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता और पथप्रदर्शक के रूप में अपने को स्थापित कर चुका है. हमारा प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन वैश्विक स्तर का एक तिहाई है. 2015 के पेरिस शिखर सम्मेलन में हमने प्रतिज्ञा की थी कि 2030 तक हम अपनी कुल ऊर्जा का 40 प्रतिशत गैर-जीवाश्म ईंधन से प्राप्त करेंगे. हम समय सीमा से सात साल पहले ही 42.8 प्रतिशत पर हैं. हम नवीकरणीय ऊर्जा के लिए सबसे आकर्षक बाजार के रूप में भी उभरे हैं.

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने एसआईए फेस्ट के रूप में की गई पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्य सामुदायिक कार्रवाई को प्रेरित करते हैं. ‘एक पृथ्वी, एक भविष्य’ विकास के लिए सही दृष्टिकोण है. जलवायु परिवर्तन से मुकाबले के लिए पूरी सरकार और पूरे समाज के दृष्टिकोण के साथ काम कर रहे हैं. ‘सस्टेनेबल इज एटेनेबल’ को सुनिश्चित करने के लिए सरकार के सभी अंग साथ मिलकर काम कर रहे हैं.

एक दिवसीय एसआईए फेस्ट स्वच्छ ऊर्जा अपनाने के प्रति जनजागृति का एक बड़ा अभियान है. जिसे भारत के दो प्रमुख कॉरपोरेट समूहों द्वारा शुरू किया गया है. यह स्वच्छ ऊर्जा के भविष्य की दिशा में भारत के लिए एक अहम पहल है. एसआईए फेस्ट स्वच्छ ऊर्जा के मिशन के तहत एक अनूठा उत्सव है. जो बताता है कि हमारे देश में सतत विकास का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. देश में स्थायी बदलाव लाने के लिए हितधारकों के विविध समूहों को सबके प्रयास से महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है. सभी की सक्रिय भागीदारी भारत की ऊर्जा की यात्रा को सुनिश्चित करेगी. भारत दुनिया को यह दिखाने के लिए अच्छी तरह से तैयार है कि कैसे एक बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था ऊर्जा के क्षेत्र में परिवर्तन कर स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में अग्रसर है.

टाटा पावर के सीईओ और एमडी डॉ प्रवीर सिन्हा ने कहा कि ‘सस्टेनेबल इज एटेनेबल’ अभियान का उद्देश्य स्थिरता और हरित क्षेत्र में बेहतर समझ को सक्षम करना है. भारत सरकार की पहल की सराहना करते हुए डॉ. सिन्हा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे सौर ऊर्जा के कृषि में उपयोग, ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युतीकरण, और व्यावसायिक तथा औद्योगिक प्रतिष्ठानों को रूफटॉप समाधान अपनाने में सक्षम बनाता है. साथ ही यह बदलाव देश को हरित भविष्य की ओर ले जा रहा है.

इस एसआईए फेस्ट में भारत में कॉरपोरेट नेताओं, राजदूतों और विदेशी दूतावासों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया. भारत और यूरोपीय संघ दोनों एक हरित ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं. भारत और यूरोपीय संघ मिलकर वैश्विक एजेंडे को आकार देने में मदद कर सकते हैं और वैश्विक भलाई के लिए मिलकर काम कर सकते हैं. जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध लड़ाई हमारी रणनीतिक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण घटक है. भारत के पास अनुभव है. जिससे वैश्विक समाधान के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.

भूटान में यूरोपीय संघ के राजदूत उगो अस्तुतो ने कहा कि हम सब कुछ सरकार के हवाले नहीं कर सकते. हमें खुद आगे आना होगा. भारत में डेनमार्क के राजदूत फ्रेडी स्वान ने स्थिरता के लिए सामूहिक सामुदायिक कार्रवाई की आवश्यकता को दोहराते हुए कहा कि भारत का भविष्य वर्तमान के हाथों में मजबूती से निहित है और यह महत्वपूर्ण है कि सभी एक साथ मिलकर एक जीवंत, स्वच्छ, हरित और टिकाऊ कल बनाने का प्रयास करें.

नेटवर्क18 (ब्रॉडकास्ट) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और ए+ई नेटवर्क्स के प्रबंध निदेशक श्री अविनाश कौल ने कहा, ‘भारत में हरित ऊर्जा संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए टाटा पावर के साथ हमारी साझेदारी भारतीय उपभोक्ताओं को जागरूक बनाने और उन्हें सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता से प्रेरित है. यह जागरूकता फैला कर उन्हें स्वच्छ ऊर्जा अपनाने और मांग करने के लिए प्रेरित करता है. पिछले कुछ महीनों में हमने समाचार चैनलों और डिजिटल माध्यमों में अपने विविध दर्शकों के साथ सम्मोहक सामग्री के साथ जुड़ाव दिखाया है कि सतत विकास का लक्ष्य कैसे प्राप्त किया जा सकता है. एसआईए फेस्ट नीति- निर्माताओं, प्रमुख नेताओं और उपभोक्ताओं के बीच सतत ऊर्जा के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव लाने के लिए बातचीत को प्रेरित करके आंदोलन को आगे बढ़ाता है.

सस्टेनेबल इज एटेनेबल (एसआईए) फेस्ट एक महत्वपूर्ण जनआंदोलन है. इसने भारत में हरित ऊर्जा को अपनाने और इससे जुड़े संवाद को बढ़ावा देने के लिए एक जीवंत मंच तैयार किया. सस्टेनेबिलिटी का जश्न मनाकर और प्रमुख सस्टेनेबिलिटी लीडर्स से समर्थन हासिल करके इस फेस्ट का उद्देश्य लाखों भारतीयों को टिकाऊ जीवन शैली अपनाने और हासिल करने के लिए प्रेरित करना है. सस्टेनेबल इज एटेनेबल आंदोलन का अत्यधिक महत्व है क्योंकि भारत जीवाश्म ईंधन के हानिकारक प्रभाव को देखते हुए नवीकरणीय और टिकाऊ ऊर्जा स्रोतों की ओर स्थानांतरित करने की तत्काल आवश्यकता को स्वीकार करता है. भारत का लक्ष्य 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन हासिल करना है और वैश्विक हरित ऊर्जा क्रांति में खुद को एक प्रमुख नेता के रूप में स्थापित करना है. सस्टेनेबल इज एटेनेबल अभियान के माध्यम से भारत में हरित ऊर्जा संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए, हमने जागरूकता बढ़ाने और स्वच्छ ऊर्जा समाधानों को अपनाने और मांग करने के लिए आवश्यक ज्ञान के साथ भारतीय उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है.

एसआईए फेस्ट प्रमुख नीति निर्माताओं को लाकर इस आंदोलन को बढ़ावा देता है. इसे प्रभावित करने वाले नेता और बदलाव लाने वाले एक साझा मंच पर हैं, जो भारत के लिए एक हरित और स्वच्छ भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर रहा है. इस आयोजन में चैंपियंस ऑफ चेंज का अभिनंदन भी देखा गया. जिसमें दुनिया का पहला हरित हवाई अड्डा कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट शामिल है. जो अपनी बिजली की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पूरी तरह से सौर ऊर्जा द्वारा संचालित है. सतत विकास लक्ष्यों के लिए भारत की पहली राष्ट्रीय अधिवक्ता भूमि पेडनेकर, यूएनडीपी द्वारा नियुक्त युवा जलवायु नवप्रवर्तक प्राची शेवगांवकर, जो एक ऐप और आंदोलन ‘कूल द ग्लोब’ चलाती हैं. जो लोगों को उनके कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाने में मदद करता है.ब्लू स्मार्ट मोबिलिटी, स्वच्छ गतिशीलता की ओर बढ़ने के मिशन के साथ भारत की पहली ऑल-इलेक्ट्रिक राइड हीलिंग मोबिलिटी सेवा वी-शेश, जो कॉरपोरेट क्षेत्र में रोजगार हासिल करने के लिए विकलांग व्यक्तियों को प्रशिक्षित करने की दिशा में काम करता है, हीलिंग हिमालय के संस्थापक प्रदीप सांगवान और प्रभागीय वन अधिकारी, हीराकुंड, ओडिशा की अंशु प्रज्ञान दास उपस्थित थी. ‘सस्टेनेबल इज अटेनेबल’ अभियान की प्रतिध्वनि लंबे समय तक जनता के बीच महसूस की जाएगी. हरित ऊर्जा समाधानों को अपनाने की कार्रवाई के लिए महत्वपूर्ण आह्वान लोगों के साथ प्रतिध्वनित होता है और यह जन जागरूकता को बढ़ाता है.

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