दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
29 दिसंबर 2022
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने साहिब ए कमाल साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह साहिब जी का प्रकाश पर्व पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया. इस मौके पर विभिन्न गुरुद्वारों में कीर्तन दीवान सजाए गए तथा गुरुमति कार्यक्रम आयोजित हुए. जिसमें रागी सिंहों द्वारा गुरु की इलाही बाणी का शब्द कीर्तन संगतों को श्रवण करवाया गया.
मुख्य कार्यक्रम गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में हुआ. इस गुरमति समारोह को संबोधित करते हुए दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष सरदार हरमीत सिंह कालका और महासचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों ने कहा कि साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह साहिब जी ने 1699 में वैसाखी के दिन खालसा पंथ सजाया था और आज दुनिया भर में खालसा कौम की बेहतरी के लिए कार्य कर रहा है. गुरु साहिब द्वारा पूरा वंश कुर्बान करने जैसी गाथा का इतिहास में कोई उदाहरण नहीं है.
उन्होंने कहा कि हम निरंतर एक सप्ताह से शहीदी दिवस के रूप में साहिबज़ादों व माता गुजरी जी की शहादत मना रहे हैं. यह सप्ताह सिख कौम के लिए कभी न भुलने वाला सप्ताह है. आज देश की सरकार भी यह दिवस मनाने लगी है तथा देश की सरकार ने भी साहिबज़ादों के शहीदी के इतिहास को घर-घर तक पहुंचाने का कार्य किया है. यह कार्य कई वर्षों से रूका हुआ था. खास तौर पर 1947 के बाद जबसे देश आज़ाद हुआ तो हमारे इतिहास को अनदेखा किया जाता रहा लेकिन आज दिल्ली कमेटी यह इतिहास घर-घर ही नहीं बल्कि दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने में सरकार की सहयोगी बनी है.
दिल्ली कमेटी ने प्रबंधन को पारदर्शी बनाने के लिए कई नए प्रयास शुरू किए
इस मौके पर सरदार कालका और सरदार काहलों ने कहा कि हमने संगत से वादा किया था कि हम जितनी पारदर्शिता से काम कर सकते हैं, करेंगे तथा इस वादे को हमने पूरा किया है. दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी द्वारा एक नई पहल की गई है कि पीओएस मशीनें, प्वाइंट ऑफ सेल गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में लगाई गई हैं. जिससे श्रद्धालु गुरु घर के लिए अपनी आय का दसवंद/(दसवां हिस्सा) दे सकते हैं. जब श्रद्धालु अपना दसवंद देंगे तो उनकी रसीद तुरंत मोबाइल नंबर पर उन्हें मिल जाएगी. उन्होंने कहा कि संगत के समक्ष एक-एक पैसे का स्पष्ट हिसाब हो. इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 1 जनवरी से गुरुद्वारा बंगला साहिब और गुरुद्वारा सीसगंज साहिब में भी ये मशीनें शुरू की जाएंगी. यह सभी कार्य सिख फोरम के अध्यक्ष श आरएस आहूजा की देखरेख में सफलतापूर्वक किए जा रहे हैं.
उन्होंने आगे बताया कि गोलक की गिनती भी फेसबुक पर लाइव की जाएगी. इसके चलते संगत फेसबुक पर जाकर गोलक लाइव क्लिक करके देख पायेंगी कि किस गुरु घर में गोलक की गिनती हुई है तथा कितनी हुई है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार हमने एक नई पहल की है तथा अधिकतम पारदर्शिता लाने के लिए हम प्रयासरत हैं.
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं का दसवंद लंगर, शिक्षा या फिर स्वास्थ्य सुविधाओं पर खर्च हो तथा सारा काम पारदर्शिता के साथ हो. हम इसके लिए प्रयास कर रहे हैं.