दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
19 दिसंबर 2022
दिल्ली नगर निगम में इस बार सत्ता पक्ष और विपक्ष की बैठने की व्यवस्था गड़बड़ा सकती है. इसकी वजह यह है कि इस समय जिस लिहाज से बैठने की व्यवस्था की गई है. उसके लिहाज से विपक्षी सदस्यों की संख्या अधिक हो गई है. इसे देखते हुए पहली बार निगम सदन में विपक्षी पार्षद सत्ता पक्ष के पार्षद के दोनों ओर बैठ सकते हैं. जबकि फिलहाल तक एक ओर सत्ता पक्ष तो दूसरी ओर, विपक्ष बैठता रहा है.
दिल्ली नगर निगम के सदन में 300 सीटे हैं. जो तीन हिस्सों में विभाजित है. महापौर के सामने वाले हिस्से में 160 सीट हैं. जो सत्ता पक्ष के लिए है. महापौर के बाएं ओर मुख्य विपक्षी दल के लिए 70 सीटे हैं. लेकिन इस बार मुख्य विपक्षी दल भाजपा के 104 पार्षदों ने जीत दर्ज की है. वहीं, तीसरे हिस्से में 70 सीटें हैं. इस पर अन्य विपक्षी दल और निर्दलीय पार्षद बैठते थे. विपक्षी दलों के पार्षदों की अधिक संख्या को देखते हुए उनको सत्ता पक्ष के दोनों ओर बिठाने की व्यवस्था की जा सकती है. यह पहली बार होगा. सदस्यों की संख्या में आए इस बदलाव को देखते हुए पहली बार मीडिया के लिए आरक्षित सीटों को भी खत्म कर सदन में उपयोग के लिए चिन्हित कर दिया गया है.