दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
30 नवंबर 2022
एम्स कंप्यूटर सिस्टम के हैक होने के 6 दिन बाद एम्स प्रशासन ने कहा है कि हैकिंग से प्रभावित सिस्टम को दुरुस्त किया जा रहा है. इसकी क्लीनिंग और सुरक्षा के लिए काम शुरू कर दिया गया है. जो भी सिस्टम हैक हुआ था. उसे रिस्टोर कर दिया गया है. उसको सैनिटाइज किया जा रहा है. एम्स में काम पहले की तरह शुरू कर दिया गया है. हालांकि जानकारों का कहना है कि सिस्टम की इस क्लीनिंग और सैनिटाइजिंग के बाद भी फिलहाल काम मैनुअली होगा. प्रशासन के समस्त काम को फिर से कंप्यूटरीकृत करने में कुछ और समय लगेगा.
इस बीच एम्स प्रशासन ने यह नहीं बताया है कि हैकिंग करने वाले कौन थे. उनकी मांग क्या थी. क्या इसके लिए कोई रेनसम या फिरौती की मांग की गई थी. अगर इस तरह की कोई मांग की गई थी तो क्या किसी तरह का भुगतान हैकिंग करने वालों को किया गया है. इसके अलावा अस्पताल प्रशासन ने इस बात की जानकारी भी नहीं दी है कि क्या एम्स का कोई डाटा चोरी भी हुआ है. अगर यहां का कोई डाटा चोरी हुआ है तो वह किस विषय से संबंधित है. यह सवाल इस मायने में महत्वपूर्ण है कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री से लेकर देश के अन्य सभी बड़े गणमान्य व्यक्तियों का इलाज यहीं पर होता है. इसके अलावा एम्स में लगातार नई रिसर्च भी चलती रहती है. यह भी संभव है कि हैकिंग का यह प्रयास बड़े लोगों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड हासिल करने के अलावा यहां चल रही कुछ रिसर्च से संबंधित जानकारी हासिल करने के लिए की गई हो.