इंद्र वशिष्ठ, दिल्ली
4 नवंबर 2022
ठग सुकेश चंद्रशेखर की ओर तिहाड़ जेल के महानिदेशक पर रिश्वत लेने के आरोप लगाने और उसके बाद यहां के डीजी संदीप गोयल को हटाए जाने के बाद एक बार फिर एशिया की सबसे सुरक्षित कही जाने वाली तिहाड़ जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगने शुरू हो गए हैं. यह कहा जा रहा है कि अगर आपकी जेब में पैसा है तो एशिया की सबसे सुरक्षित कही जाने वाली यह जेल आपकी सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखती है.
मेहमान नवाजी के लिए अपराधियों की पसंद तिहाड़ जेल
यह कहा जाता है कि दूसरे राज्यों की जेलों में बंद बदमाशों को तिहाड़ जेल की “मेहमान नवाजी” और ऐशो आराम की “सुविधाएं” इतनी पसंद आ रही हैं कि वे इस जेल में ही आने के लिए अपराध तक कर रहे हैं. स्पेशल सेल और अपराध शाखा के अफसरों का कहना हैं कि अपराधी सरगना तिहाड़ जेल से ही गिरोह चला रहे हैं. मोबाइल फोन के जरिए वह जेल में बैठे लगातार अपने गिरोहों के संपर्क में रहते हैं. वहीं से जबरन वसूली/रंगदारी, भाड़े पर हत्या और अपने दुश्मनों को ठिकाने लगवा रहे हैं.
जेल अफसरों की भूमिका पर सवाल
पुलिस अफसरों का यह कहना है कि पिछले दिनों जो मामले तिहाड़ जेल में सामने आए. वे मामले तिहाड़ जेल के तत्कालीन महानिदेशक संदीप गोयल, सुपरिटेंडेंटो / जेलरों आदि की भूमिका और काबिलियत पर सवालिया निशान लगाते नजर आते हैं. जेल में बंद बदमाशों को मोबाइल फोन या अन्य सुविधाएं कैसी मिलती है. क्या यह उनको मुफ्त में उपलब्ध कराई जा रही है. यह आरोप लगते रहे हैं कि इसके लिए बदमाशों द्वारा जेल के कुछ भ्रष्ट अफसर/कर्मचारियों को रिश्वत दी जाती है.
बदमाशों की पसंदीदा जेल
तिहाड़ जेल को अतिसुरक्षित जेल कहा जाता है. लेकिन जेल के कुछ भ्रष्ट अफसरों ने जेल को बदमाशों के लिए अतिसुरक्षित, ऐशो आराम की सुविधाओं से सम्पन्न पसंदीदा जेल बना दिया है. बदमाशों को मोबाइल फोन के अलावा अन्य सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाती हैं. जेल में होने के कारण इन बदमाशों की जान अपने दुश्मनों से भी सुरक्षित रहती है क्योंकि जेल से बाहर होने पर तो इन बदमाशों को अपने दुश्मन गिरोहों से जान का खतरा बना रहता है. पुलिस और दुश्मनों से अपनी जान बचाने के लिए लगातार भागना-छिपना पड़ता है. जेल में वह आराम से अपना समय बिताने के साथ-साथ बेखौफ होकर वहीं से अपने गिरोहों को चलाते हैं.
तिहाड़ जाने के लिए अपराध
तिहाड़ जेल कुख्यात बदमाशों की पसंदीदा जेल बन गई है. दूसरे राज्यों की जेलों में बंद बदमाश
तिहाड़ जेल में आने के लिए दिल्ली में अपराध तक करवा रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने कुछ समय पहले रंगदारी के लिए गोलियां चलाने वाले गुरुग्राम के कौशल गिरोह के बदमाशों को पकड़ा. इन बदमाशों ने बताया कि हिसार जेल में बंद कौशल तिहाड़ जेल में आने के लिए दिल्ली में वारदात करवा रहा है. कौशल तिहाड़ पहुंचने के अपने इरादे में कामयाब भी हो गया.
आतंकवादी के पास मोबाइल
25 फरवरी 2021 को मुकेश अंबानी के घर के बाहर स्कॉर्पियो में जिलेटिन मिलने के बाद आतंकी गिरोह जैश उल हिंद ने जिलेटिन रखने का दावा किया था. हालांकि कुछ घंटे बाद जैश उल हिंद के नाम से एक और मैसेज आया और दावा किया कि उनके संगठन के नाम से भेजा गया मैसेज फर्जी है. 11 मार्च 21 को मुंबई पुलिस की सूचना पर स्पेशल सेल ने तिहाड़ जेल में छापा मारा और वहां से इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े तहसीन अख्तर के पास से कुछ मोबाइल जब्त किए. इन्हीं मोबाइल में से किसी एक से जैश उल हिंद वाला मैसेज किया गया था. हालांकि जैश उल हिंद वाली गुत्थी अभी तक सुलझी नहीं है.
संजय चंद्रा से सांठगांठ
सुप्रीम कोर्ट ने 6 अक्टूबर2021 को तिहाड़ जेल के अनेक अधिकारियों को निलंबित करने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया. जेल के अफसरों की सांठगांठ से यूनिटेक कंपनी के मालिक और देश के चर्चित 2जी घोटाला में तिहाड़ जेल में बंद संजय और अजय चंद्रा जेल के भीतर से ही जांच को प्रभावित करने के साथ ही अपना कारोबार भी चला रहे थे. यह पता चलने पर अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने संजय और अजय चंद्रा को मुंबई की आर्थर रोड जेल और तलोजा जेल में अलग-अलग रखने के लिए स्थानांतरित कर दिया था.
(लेखक इंद्र वशिष्ठ दिल्ली में 1990 से पत्रकारिता कर रहे हैं। दैनिक भास्कर में विशेष संवाददाता और सांध्य टाइम्स (टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप) में वरिष्ठ संवाददाता रहे हैं।)