विनय कुमार, दिल्ली
21 अप्रैल 2022
देश में ई—वाहनों पर जोर दिया जा रहा है. इसकी दो मुख्य वजह बताई जा रही है. एक, इससे पर्यावरण बेहतर होगा. इसकी वजह यह है कि ई—वाहनों से प्रदूषण नहीं होता है. दो, यह किफायती होती है. जिससे लोगों का आवागमन पर खर्च कम होगा. लेकिन इस बीच ई—वाहनों की बैटरी में हुए धमाकों की घटना के बाद ई—वाहनों की बैटरी को लेकर नई नीति बनाने पर भी विचार कर रहा है.
केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि भूतल परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इन बैटरी धमाकों को देखते हुए उस पर रिपोर्ट देने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर दी है. मंत्रालय इस समिति की रिपोर्ट की प्रतिक्षा कर रहा है. लेकिन इसके साथ ही बैटरी को लेकर नई नीति बनाने पर भी विचार किया जा रहा है. यह देखा गया है कि बैटरी मुख्य रूप से विदेशों से आयात की जा रही है. इनका निर्माण क्योंकि भारत की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखकर नहीं होता है. यही वजह है कि बैटरी के गर्म हो जाने और उसमें विस्फोट की घटना भी हो रही है.
इस अधिकारी ने कहा कि बैटरी के गर्म होने की समस्या को देखते हुए इस बात पर विचार किया जा रहा है कि बैटरी की गर्माहट से संबंधित नए नियम बनाए जाए. अगर विदेशों से भी बैटरी को आयात किया जाए तो उसके लिए भी यह नियम प्रभावी हो. इसके अलावा ई—वाहनों के लिए भारत में भी बैटरी उत्पादन को बढ़ाने पर विशेष नीति बनाने पर विचार किया जा रहा है. अगर जरूरत हुई तो पहले से बाजार में आ चुके वाहनों की बैटरी बदलने को लेकर भी निर्णय किया जा सकता है. हालांकि इसके लिए पहले उस समिति की रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है. जो बैटरी में हुए धमाकों की जांच करने के लिए गठित की गई है.