1 October 2022
संदीप जोशी, दिल्ली
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से आयोजित किए गए राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के नतीजे शनिवार को घोषित कर दिए गए. इस सर्वे में विजेता सभी निकायों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया. इस सर्वे में मध्य प्रदेश का इंदौर शहर लगातार छठी बार पहले स्थान पर आया है. जबकि दूसरे नंबर पर गुजरात का सूरत शहर रहा है. वही, तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र के नवी मुंबई ने अपनी जगह बनाई है. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि देश के सभी शहरों को इंदौर मॉडल को अपनाना चाहिए इंदौर के नागरिकों ने स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बना लिया है. जिससे यह शहर लगातार इस सर्वेक्षण में अव्वल स्थान पर आ रहा है. इस अवसर पर केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि इस सर्वेक्षण को 2016 में 73 शहरों के साथ शुरू किया गया था. जिसकी संख्या बढ़कर 4354 हो गई है. यह एक बेहतर संदेश है कि हर शहर अपने को पहले से बेहतर और स्वच्छ साबित करने के लिए सभी कदम उठा रहा है. इस सर्वेक्षण का उद्देश्य शहरों के बीच स्वच्छता को लेकर एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को उत्पन्न करना है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अगर देश के हर शहर को साफ कर दिया जाए तो स्वास्थ्य पर खर्च होने वाला एक काफी बड़ा हिस्सा बचाया जा सकता है.इससे कई तरह की बीमारियों को दूर रखने में मदद हासिल होगी.
स्वच्छता सर्वेक्षण में स्वच्छ और साफ राज्यों की सूची में मध्य प्रदेश पहले स्थान पर रहा है. जबकि दूसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ आया है. इस सूची में महाराष्ट्र ने तीसरा स्थान हासिल किया है. एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की सूची में महाराष्ट्र का पंचगनी पहले स्थान पर रहा है. जबकि छत्तीसगढ़ के पाटन ने दूसरा और महाराष्ट्र के करहड़ ने तीसरा स्थान हासिल किया है. स्वच्छ छावनी क्षेत्र की श्रेणी में महाराष्ट्र के देवलाली ने प्रथम स्थान हासिल किया है. इसी तरह से गंगा तट के स्वच्छ शहरों की श्रेणी में हरिद्वार पहले स्थान पर रहा है.जबकि प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र वाराणसी दूसरे और उत्तराखंड का ऋषिकेश तीसरे स्थान पर रहा है. स्वच्छ शहरों की इस सूची में पुणे,नासिक, सातारा, सोलापूर और रायगढ़ में भी स्थान बनाया है.